बहुत सुंदर ढंग से एक कवि को आपने उसके पाठकों और दर्शकों के सामने रखा है । मेरी शुभकामनाएं कि यह प्रयास निरंतर बना रहे और अन्य रचनाकार भी बोधि द्वारा इस भांति सुबोध बने ।
बोधि प्रकाशन ने अपने रचनाकार को सम्मान देने का एक अनूठा उदाहरण प्रस्तुत किया है, ये काम और प्रकाशक एवं संस्थाएं भी कर सकती हैं किन्तु भाई मायामृग ने अनुकरणीय पहल की है.उम्मीद करनी चाहिए कि मायामृग से अन्य लोग अवश्य प्रेरणा लेंगे; ये डोक्युमेनतेशन का काम कवि के रहते कर लिए जाने की जरूरत है. अब तो प्रौद्योगिकी भी काफी विकसित ही चुकी है, स्तुत्य प्रयास के लिए बधाई.
रचनाकार को सम्मान देने का जो सलीका 'बोधि' के पास है, वैसा कहीं नहीं। भाई माया को साधुवाद।
जवाब देंहटाएंDhanyvad Bhai Sataynarayan soni
जवाब देंहटाएंइस प्रयास हेतु आप साधुवाद के पात्र हैं.
जवाब देंहटाएंबधाइयाँ और शुभकामनाएँ
saarthak prayas
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर ढंग से एक कवि को आपने उसके पाठकों और दर्शकों के सामने रखा है । मेरी शुभकामनाएं कि यह प्रयास निरंतर बना रहे और अन्य रचनाकार भी बोधि द्वारा इस भांति सुबोध बने ।
जवाब देंहटाएंबेहतरीन प्रस्तुति।
जवाब देंहटाएंप्रयोग सार्थक है इसें अन्य रचनाकारों पर भी आजमाया जा सकता है।
शुभकामनाएं।
(हैंड माइक की जगह अगर टैग माइक हो तो और भी बेहतर)
बोधि प्रकाशन ने अपने रचनाकार को सम्मान देने का एक अनूठा उदाहरण प्रस्तुत किया है, ये काम और प्रकाशक एवं संस्थाएं भी कर सकती हैं किन्तु भाई मायामृग ने अनुकरणीय पहल की है.उम्मीद करनी चाहिए कि मायामृग से अन्य लोग अवश्य प्रेरणा लेंगे; ये डोक्युमेनतेशन का काम कवि के रहते कर लिए जाने की जरूरत है. अब तो प्रौद्योगिकी भी काफी विकसित ही चुकी है, स्तुत्य प्रयास के लिए बधाई.
जवाब देंहटाएंकवि लछमन दास गिद्रा जी पर बनाई लघु फिल्म
जवाब देंहटाएंआज देख पाया हूं , अच्छी लगी । … बधाई !
- राजेन्द्र स्वर्णकार
शस्वरं